१.मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं मुनिसुव्रतस्वामिने नम: मम
शनिग्रहशान्तिं कुरु कुरु स्वाहा।
२.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १ माला।
३.
प्रयोग विधि
३२ हजार का जप करने से मंत्र सिद्ध होता हैं।
४.
परिणाम
शनि ग्रह संबंधी उपद्रव शांत होते हैं।
१.समस्या
शनि ग्रह-जनित।
२.
समाधान
चैतन्य केन्द्र पर रंग के साथ मंत्र जप।
३.
चैतन्य केन्द्र।
ज्ञान केन्द्र।
४.
मंत्र
ॐ ह्रीं णमो लोए सव्वसाहूणं।
५.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १० माला।
६.
रंग
नीला।
७.
प्रयोग विधि
१. ज्ञान केन्द्र पर ध्यान केन्द्रित करें।
२. नीले रंग का ध्यान करें।
८.
परिणाम
शनि ग्रह-जनित समस्या का निवारण।
१.मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं नमो शांतिनाथाय मम
बुधग्रहशान्तिं कुरु कुरु स्वाहा।
२.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १ माला।
३.
प्रयोग विधि
१० हजार का जप करने से मंत्र सिद्ध होता है।
४.
परिणाम
बुध ग्रह संबंधी उपद्रव शांत होते हैं।
१.समस्या
बुध ग्रह-जनित।
२.
चैतन्य केन्द्र
शक्ति केन्द्र।
३.
मंत्र
ॐ ह्रीं णमो उवज्झायाणं।
४.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १० माला।
५.
रंग
हरा।
६.
प्रयोग विधि
१. शक्ति केन्द्र पर ध्यान केन्द्रित करें।
२. हरे रंग का ध्यान करें।
७.
परिणाम
बुध ग्रह-जनित समस्या का निवारण।
१.मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं नमो भगवते पाशर्वनाथाय मम
केतुग्रहशान्तिं कुरु कुरु स्वाहा।
२.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १ माला।
३.
प्रयोग विधि
२१ हजार का जप करने से मंत्र सिद्ध होता है।
४.
परिणाम
केतु ग्रह संबंधी उपद्रव शांत होते हैं।
१.समस्या
केतु ग्रह-जनित।
२.
समाधान
चैतन्य केन्द्र पर रंग के साथ मंत्र जाप।
३.
चैतन्य केन्द्र
शक्ति केन्द्र।
४.
मंत्र
ॐ ह्रीं णमो लोए सव्व साहूणं।
५.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १० माला।
६.
रंग
नीला
७.
प्रयोग विधि
१. शक्ति केन्द्र पर ध्यान केन्द्रित करें।
२. नीले रंग का ध्यान करें।
८.
परिणाम
केतु ग्रह-जनित समस्या का निवारण।
१.समस्या
गुरु ग्रह-जनित।
२.
मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं अर्हं शांतिनाथाय नम:।
३.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १ माला।
४.
परिणाम
गुरु ग्रह संबंधी उपद्रव दूर होते हैं।
१.मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं ऋषभदेवाय नम: मम गुरु
ग्रह-शान्तिं कुरु कुरु स्वाहा।
२.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १ माला।
३.
प्रयोग विधि
१२ हजार का जप करने से मंत्र सिद्ध होता है।
४.
परिणाम
गुरु ग्रह संबंधी उपद्रव शांत होते हैं।
१.समस्या
गुरु ग्रह-जनित।
२.
समाधान
चैतन्य केन्द्र पर रंग के साथ मंत्र जप।
३.
चैतन्य केन्द्र
दर्शन केन्द्र।
४.
मंत्र
ॐ ह्रीं णमो आयरियाणं।
५.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १ माला।
६.
रंग
हरा रंग।
७.
प्रयोग विधि-
१.दर्शन केन्द्र पर ध्यान केन्द्रित करें।
२. हरे रंग का ध्यान करें।
८.
परिणाम
गुरु ग्रह-जनित समस्या का निवारण।
१.मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं नमो नेमिनाथाय नम: मम
राहुग्रहशान्तिं कुरु कुरु स्वाहा।
२.
मंत्र संख्या
प्रतिदिन १ माला।
३.
प्रयोग विधि
२१ हजार का जप करने से सिद्ध होता है।
४.
परिणाम
राहु ग्रह संबंधी उपद्रव शांत होते हैं।