प्रश्र १-नमस्कार महामंत्र का जाप स्त्री, पुरुष या नपुंसक कौन से लिंग वाले कर सकते हैं?
उत्तर १- यह किसी लिंग विशेष से बंधा हुआ नहीं है। सभी लिंग वाले इसकी साधना कर सकते हैं।
प्रश्र २- माला और अनुपूर्वी में कितने नवकार गिने जाते हैं?
उत्तर २- माला में 108 और अनुपूर्वी मे 120।
प्रश्र ३- पंच परमेष्ठी के आद्माक्षर से कौन सा बीज मंत्र बनता है?
उत्तर ३- ओम् (ॐ) ।
प्रश्र ४- नमस्कार महामंत्र का जाप कौन सी दिशा में करना चाहिए?
उत्तर ४ - उत्तर या पूर्व दिशा में।
प्रश्र ५ -छह आरे में किस आरे में पंच परमेष्ठी रहते हैं?
उत्तर ५- अवसर्पिणी काल के 3- 4 आरे में
पंच परमेष्ठी और पांचवें आरे में आचार्य, उपाध्याय, साधु- ये तीन पद रहते हैं।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान महावीर के ससुर का क्या नाम था?
उत्तर:-समरवीर।
प्रश्न:02. भगवान महावीर की सास का क्या नाम था?
उत्तर:-पद्मावती।
प्रश्न:03. भगवान महावीर के काका का क्या नाम था?
उत्तर:- सुपार्श्व।
प्रश्न:04. भगवान महावीर के नाना का क्या नाम था?
उत्तर:-केक।
प्रश्न:05. भगवान महावीर के मामा का क्या नाम था?
उत्तर:-चेटक।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान महावीर की भाभी का क्या नाम था?
उत्तर:-ज्येष्ठा।
प्रश्न:02. भगवान महावीर की बुआ का क्या नाम था?
उत्तर:-यशोदया।
प्रश्न:03. भगवान महावीर के बड़े भाई का क्या नाम था?
उत्तर:-नंदीवर्धन।
प्रश्न:04. भगवान महावीर की बहन का क्या नाम था?
उत्तर:- सुदर्शना।
प्रश्न:05. भगवान महावीर की पुत्री का क्या नाम था?
उत्तर:-प्रियदर्शना।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान महावीर कौन से भव में, कौनसे नगर में चक्रवर्ती बने ?
उत्तर:- प्रियमित्र के भव में (23 वें भव) मूका नगरी में
प्रश्न:02. भगवान महावीर ने तीर्थंकर नाम कर्म का उपार्जन किस भव में किया ?
उत्तर:- 25 वें नंदन मुनि के भव में
प्रश्न:03. भगवान महावीर ने किस भव में नीच कर्म का बंधन किया ?
उत्तर:- मरीचि के भव में
प्रश्न:04. भगवान महावीर ने किस भव में निदान किया?
उत्तर:- विश्वभूति राजपूत्र के समय (16वां भव )
प्रश्न:05. भगवान महावीर ने नंदन मुनि के भव में कितने मास खमण किए?
उत्तर:- 11, 60, 000
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान महावीर के निर्वाण के समय गौतम स्वामी को दूर क्यों रखा?
उत्तर:-गौतम स्वामी को भगवान महावीर से अगाढ़ प्रेम था।वह केवल ज्ञान की प्राप्ति में अवरोधक हो सकता था,इस कारण गौतम स्वामी को दूर रखा |
प्रश्न:02. भगवान महावीर ने गौतम स्वामी को किसको प्रतिबोध देने के लिए भेजा?
उत्तर:-देव शर्मा ब्राह्मण को प्रतिबोध देने के लिए गोबर ग्राम भेजा |
प्रश्न:03. भगवान महावीर मोक्ष पधारे तब चौथा आरा कितना शेष था?
उत्तर:-तीन वर्ष साढ़े आठ मास |
प्रश्न:04. भगवान महावीर कितने शिष्यों के साथ मोक्ष गए?
उत्तर:-अकेले ही मोक्ष गए |
प्रश्न:05. भगवान महावीर का संपूर्ण जीवन चरित्र कौन से सूत्र में मिलता है?
उत्तर:-कल्पसूत्र में |
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान महावीर का निर्वाण कब व कहां हुआ?
उत्तर:-कार्तिक कृष्णा अमावस्या को हस्तीपाल राजा की राजधानी पावापुरी में।
प्रश्न:02. भगवान महावीर को कितने दिनों का संथारा आया?
उत्तर:-2 दिन का
प्रश्न:03. भगवान महावीर ने अंतिम देशना कितने प्रहर दी?
उत्तर:-16 प्रहर तक
प्रश्न:04. भगवान महावीर के निर्वाण के समय कितने देश के राजा उपस्थित थे?
उत्तर:-18 देशों के
प्रश्न:05. वे राजा कौन-कौन से थे?
उत्तर:-नौमल्ली वह नौलिच्छवी।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान ऋषभ के केवलज्ञान प्राप्ति महोत्सव पर कितने इन्द्र एकत्रित हुए ?
उत्तर:- 64
प्रश्न:02. भगवान ऋषभ की प्रथम देशना का विषय क्या था ?
उत्तर:- आगार व अनगार धर्म
प्रश्न:03. भगवान ऋषभ के साधु - साध्वियां प्रकृति व प्रज्ञा से कैसे थे ?
उत्तर:- प्रकृति से ऋजु और प्रज्ञा से मंद थे
प्रश्न:04. भगवान ऋषभ के प्रथम साधु - साध्वी कौन थे ?
उत्तर:- प्रथम साधु भरत के पुत्र ऋषभ सेन, साध्वी ब्राह्मी
प्रश्न:05. भगवान ऋषभ के प्रथम श्रावक श्राविका कौन थे ?
उत्तर:- श्रावक भरत, श्राविका सुंदरी
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान ऋषभ ने कितने वर्ष राज्य किया ?
उत्तर:- 63 लाख पूर्व
प्रश्न:02. ऋषभ से पूर्व क्या व्यवस्था थी ?
उत्तर:- कुलकर व्यवस्था
प्रश्न:03. कुलकर किसे कहते हैं ?
उत्तर:- कुलों की व्यवस्था करने वाले कुलकर कहलाते हैं
प्रश्न:04. कुलकर कितने थे ?
उत्तर:- सात, 1. विमलवाहन 2.चक्षुष्मान 3.यशस्वी 4.अभिचंद्र 5.प्रसेनजीत 6.मरूदेव 7.नाभि
प्रश्न:05. कुलकरों ने समाज व्यवस्था के लिए कौन-कौन से दण्डों की व्यवस्था की?
उत्तर:- हाकार, माकार, धिक्कार
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान महावीर के केवल ज्ञानी साधु कितने थे ?
उत्तर:- सात सौ
प्रश्न:02. भगवान महावीर के मन: पर्यव ज्ञानी साधु कितने थे ?
उत्तर:- पांच सौ
प्रश्न:03. भगवान महावीर के अवधि ज्ञानी साधु कितने थे ?
उत्तर:- तेरह सौ
प्रश्न:04. भगवान महावीर के चतुर्दशपूर्वधर साधु कितने थे ?
उत्तर:- तीन सौ
प्रश्न:05. भगवान महावीर का कुमार काल कितना था ?
उत्तर:- 30 वर्ष
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कड
प्रश्न:01. ऋषभ की दो पत्नियों में उनके साथ जन्मी हुई पत्नी का क्या नाम था ?
उत्तर:- सुमंगला
प्रश्न:02. ऋषभ के कितने पुत्र एवं पुत्रीया थी ?
उत्तर:- 100 पुत्र, 2 पुत्रियां
प्रश्न:03. माता मरू देवा की अवगाहना कितनी थी ?
उत्तर:- 500 धनुष
प्रश्न:04. कल्पसूत्र में ऋषभ के कितने नाम बताए गए हैं ?
उत्तर:- पांच,1. प्रथम राजा, 2. प्रथम भिक्षाचर, 3. प्रथम तीर्थंकर, 4. प्रथम जिन, 5.आदिम बाबा
प्रश्न:05. भगवान ऋषभ के वंश का क्या नाम था ?
उत्तर:- इक्ष्वाकु वंश
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छामि दुक्कडं
प्रश्न - १. सामायिक किस लिए की जाती है ?
उत्तर - सामायिक आत्म शुद्धि के लिए की जाती है ।
प्रश्न - २. नव तत्व में कौन सा तत्व है ?
उत्तर - छठ्ठा तत्व - संवर ।
प्रश्न - ३. सामायिक सावद्य है या निरवद्य ?
उत्तर - निरवद्य है ।
प्रश्न - ४. चारित्र किसे कहते हैं ?
उत्तर - देश या पूर्ण रूप से सावद्य योगों के परित्याग को चारित्र कहते हैं ।
प्रश्न - ५. चारित्र के पर्यायवाची शब्द कौन - कौन से हैं ?
उत्तर - संवर , संयम प्रत्याख्यान , त्याग आदि ।
आगम असम्मत् कुछ लिखा हो तो तस्स् मिच्छामि दुक्कडं |
प्रश्न:01. पार्श्व को कितने समय का अनशन आया?
उत्तर:- 1 मास का
प्रश्न:02. पार्श्वनाथ का कुल दीक्षा पर्याय कितना था?
उत्तर:- 70 वर्ष
प्रश्न:03 पार्श्वनाथ का आयुष्य कितना था?
उत्तर:- 100 वर्ष
प्रश्न:04. पार्श्व के कितने साधु मोक्षगामी हुए?
उत्तर:- 1000
प्रश्न:05. पाश्व के शासनकाल में कितनी साध्वि'यां हुई?
उत्तर:- पुष्पचूला आदि 38000
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. मल्लीनाथ का कुमार - काल कितना था?
उत्तर:- 100 वर्ष
प्रश्न:02. क्या मल्लीनाथ में राज्य किया?
उत्तर:- नहीं
प्रश्न:03. मल्लीनाथ के यक्ष व यक्षिणी के नाम क्या थे?
उत्तर:- यक्ष - कुबेर, यक्षिणी - धरणप्रिया
प्रश्न:04. मल्लीनाथ ने कितने साथियों के साथ प्रव्रज्या स्वीकार की?
उत्तर:- 300 स्त्रियां और 300 पुरुषों के साथ
प्रश्न:05. मल्लीनाथ का दीक्षा पर्याय कितना रहा?
उत्तर:- 54,900 वर्ष
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. मल्लीनाथ का जन्म कौन सी तिथि को, कहां व कौन से नक्षत्र में हुआ?
उत्तर:- मृगसर शुक्ला एकादशी को मिथिला नगरी में अश्विन नक्षत्र में हुआ
प्रश्न:02. मल्लीनाथ के स्त्री बनने का मुख्य कारण क्या बना?
उत्तर:- माया
प्रश्न:03. मल्लीनाथ के माता-पिता के क्या नाम थे?
उत्तर:- माता - प्रभावती, पिता - कुंभ
प्रश्न:04. मल्लीनाथ के चिन्ह व वर्ण कौन से थे?
उत्तर:- चिन्ह - कुंभ, वर्ण - नील
प्रश्न:05. मल्लीनाथ की अवगाहना कितनी थी?
उत्तर:- 25 हाथ
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. कौन से तीर्थंकर का जन्म यौगलिक संस्कृति के अंत में हुआ था ?
उत्तर:-
प्रश्न:02. भगवान ऋषभ के यक्ष यक्षिणी के क्या नाम थे?
उत्तर:-
प्रश्न:03. ऋषभ कुमार अवस्था में कितने वर्ष रहे?
उत्तर:-
प्रश्न:04. पूर्व किसे कहते ह ?
उत्तर:-
प्रश्न:05. अवगाहना किसे कहते हैं ?
उत्तर:-
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. तीर्थंकरों की 12 प्रकार की परिषद कौन सी है ?
उत्तर:- चार प्रकार के देवता, चार प्रकार की देवियां, मनुष्य मनुष्याणी व तिर्यंच, तिर्यंचणी
प्रश्न:02. क्या तीर्थंकर आपस में मिलते हैं ?
उत्तर:- नहीं प्रकृति का नियम है। कि धर्म युग का प्रवर्तक अपने युग में उस क्षेत्र में एक ही होता है
प्रश्न:03. तीर्थंकर अपने जीवन में कितने गुण स्थानों को स्पर्श नहीं करते हैं ?
उत्तर:- 5 गुणस्थानों स्थानों का स्पर्श नहीं करते हैं (1,2,3,5 तथा 11वें)
प्रश्न:04. तीर्थंकर नमस्कार महामंत्र के कौन से पद में आते हैं ?
उत्तर:- प्रथम पद में
प्रश्न:05. सामान्य केवली नमस्कार महामंत्र के कौन से पद में आते हैं ?
उत्तर:- पांचवे पद मे
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. तीर्थंकर वर्षी दान देते हैं। वह लौकिक है या लोकोत्तर ?
उत्तर:- लौकिक
प्रश्न:02. वर्षी दान में दिया जाने वाला धन कहां से आता है ?
उत्तर:- जृभिंक जाति के देवता जमीन में गड़ा हुआ धन जिसका कोई मालिक नहीं है। वह सोना निकाल कर लाते हैं। और उनके सिक्के बनाते हैं,और ऊपर तीर्थंकर भगवान की छाप लगाते हैं। भगवान के आगे रख देते हैं। फिर भगवान दान देते हैं
प्रश्न:03. वर्षी दान कितने समय तक दिया जाता है ?
उत्तर:- एक प्रहर दिन चढ़े तब तक 1 वर्ष तक प्रतिदिन दिया जाता है
प्रश्न:04. क्या एक व्यक्ति दो बार दान ले सकता है ?
उत्तर:- नहीं ले सकता है
प्रश्न:05. महाविदेह क्षैत्र में एक व्यक्ति अपने जीवन में कितने तीर्थंकरों का शासन देख सकता है ?
उत्तर:- लगभग 100 तीर्थंकरों का
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. अरिष्ठनेमी की दीक्षा कब व कहां हुई ?
उत्तर:-सावन शुक्ला षष्टि को द्वारिका नगरी के सहस्राम वन में चित्रा नक्षत्र में हुई
प्रश्न:02. अरिष्ठनेमी के दीक्षा के समय कौन सा तप था ?
उत्तर:- तेले का तप
प्रश्न:03. दीक्षा के समयअरिष्ठनेमी की उम्र कितनी थी ?
उत्तर:- 300 वर्ष
प्रश्न:04. अरिष्ठनेमी ने कितने पुरुषों के साथ दीक्षा ली ?
उत्तर:-1000 पुरुषों के साथ
प्रश्न:05. अरिष्ठनेमी का छद्मस्थ काल कितना था ?
उत्तर:- 54 दिन
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान अरिष्ठनेमी के शरीर के शरीर की ऊंचाई कितनी थी?
उत्तर:-बीस धनुष
प्रश्न: 02. अरिष्ठनेमी की सगाई किसके साथ हुई?
उत्तर:-भोजकुल के राजा उग्रसेन की पुत्री राजीमती के साथ
प्रश्र:03.अरिष्ठनेमी व राजीमती के कितने भवो से संबंध थे?
उत्तर:- आठ भवों से
प्रश्न:04. क्या अरिष्ठनेमी ने राज्य किया?
उत्तर:-नही
प्रश्र:05. अरिष्ठनेमी विवाह स्थल से क्यों मुड़ गए ?
उत्तर:-जब उन्होंने मूक पशुओं के करुण क्रंदन को सुना तो सोचा - 'मेरे लिए हजारों पशुओं का वध किया जाता है - यह कैसा विवाह! उनके मन में ग्लानि हुई' - और उन्होंने रथ को मुंडवा लिया और वे संसार से विरक्त हो गए
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. अरिष्ठनेमी का जन्म कब व कहां हुआ ?
उत्तर:- श्रावण शुक्ला पंचमी के दिन सोरियारपुर नगर में हुआ
प्रश्न:02. अरिष्ठनेमी नाम क्यों पड़ा ?
उत्तर:- मां शिवा ने स्वप्न में रिष्टरत्नमय चक्र देखा इसीलिए बालक का नाम अरिष्ठनेमी पड़ा
प्रश्न:03. अरिष्ठनेमी के माता- पिता के क्या नाम थे ?
उत्तर:- माता- शिवा ,पिता -समुद्र विजय
प्रश्न:04. अरिष्ठनेमी के कितने भाई थे ?
उत्तर:-तीन रथनेमी ,सत्यनेमि, दृढ़नेमि
प्रश्न:05. अरिष्ठनेमी का गोत्र व चिन्ह क्या था ?
उत्तर:- गोत्र गौतम,चिन्ह शंख
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छामि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान पार्श्व के शरीर की ऊंचाई कितनी थी ?
उत्तर:- 9 हाथ
प्रश्न:02. भगवान पार्श्वनाथ ने किस का उद्धार किया व कैसे ?
उत्तर:- लकड़ियों के बीच जलते हुए नाग दंपति को नवकार मंत्र सुना कर उसका उद्धार किया
प्रश्न:03. नाग- नागिन मरकर कौनसे देव बने ?
उत्तर:- नाग कुमार देवों के इंद्र धरणेंद्र इंद्राणी पद्मावती
प्रश्न:04. भगवान पार्श्व कुमार अवस्था में कितने वर्ष रहे ?
उत्तर:- 30 वर्ष
प्रश्न:05. भगवान पार्श्व की दीक्षा कब व कहां हुई ?
उत्तर:- पोष कृष्णा एकादशी को वाराणसी के आश्रमपद में पूर्वान्ह में हुई
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान पार्श्व का जन्म कब व कहां हुआ ?
उत्तर:- पौष कृष्णा दशमी के दिन मध्यरात्रि में वाराणसी में हुआ
प्रश्न:02. पार्श्व के माता पिता का क्या नाम था ?
उत्तर:- माता - वामा देवी, पिता - अश्वसेन
प्रश्न:03. पार्श्व का नाम पार्श्व क्यों पड़ा ?
उत्तर:- बालक के गर्भस्थ रहते हुए माता ने अंधेरी रात में भी पास में चलते हुए सर्प को देखा इस कारण परिजनों ने पार्श्व नाम रखा
प्रश्न:04. पार्श्वनाथ का वंश व गोत्र क्या था ?
उत्तर:-वंश - इक्ष्वाकु, गोत्र - काश्यप
प्रश्न:05. पार्श्वनाथ का वर्ण व चिन्ह क्या था ?
उत्तर:- वर्ण - नीला, चिन्ह - सर्प
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. भगवान ऋषभ और महावीर के बीच कितना अंतराल था ?
उत्तर:- एक कोटा कोटी सागरोपम से कुछ न्यून
प्रश्न:02. बाल ब्रह्मचारी अवस्था में कौन-कौन से तीर्थंकरों ने दीक्षा ली ?
उत्तर:- मल्लीनाथ, अरिष्ठनेमी
प्रश्न:03. होनहार तीर्थंकर के गर्भ कल्याणक के कितने माह पूर्व ही विशेष प्रभाव दिखाई देने लग जाता है ?
उत्तर:- 6 माह पूर्व
प्रश्न:04. तीर्थंकरों के जन्म के समय कितनी दिक् कुमारिया एवं देवियां आकर जन्मोत्सव करती है ?
उत्तर:- 56
प्रश्न:05. भगवान ऋषभ की ऊंचाई कितने धनुष थी ?
उत्तर:- 500 धनुष
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. मल्लीनाथ का जन्म कौन सी तिथि को कहां हुआ ?
उत्तर:- मृगसर शुक्ला एकादशी को मिथिला नगरी में हुआ
प्रश्न:02. मल्लीनाथ के स्त्री बनने का मुख्य कारण क्या बना ?
उत्तर:- माया
प्रश्न:03. मल्लीनाथ के माता पिता का क्या नाम था ?
उत्तर:- पिता - कुंभ, माता - प्रभावती
प्रश्न:04. मल्लीनाथ के चिन्ह एवं वर्ण कौन से थे ?
उत्तर:- चिन्ह - कुंभ, वर्ण - नील
प्रश्न:05. मल्लीनाथ का गोत्र क्या था ?
उत्तर:- काश्यप
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न :01 भगवान ऋषभ की प्रथम देशना का विषय क्या था?
उत्तर :- आगार धर्म व अनगार धर्म
प्रश्न :02. तीर्थंकर पद कौन से कर्म के उदय से मिलता है?
उत्तर :- नाम कर्म के उदय से
प्रश्न :03. तीर्थंकरो के अतिशय कितने होते हैं ?
उत्तर :- चौतिस
प्रश्न :04. तीर्थंकरों के वचनातिशय कितने होते हैं?
उत्तर :- पैंतिस
प्रश्न: 05. तीर्थंकर कितने गुणों से युक्त होते हैं ?
उत्तर :- बारह गुणों से
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न : 01.असि, मसि, कृषि के मंत्र दाता कौन थे ?
उत्तर:- राजा ऋषभ
प्रश्न: 02 भगवान ऋषभ ने कितनी मुष्टि लुंचन किया ?
उत्तर :- चार मुष्टि लुंचन किया
प्रश्न: 03. भगवान ऋषभ के प्रथम श्रावक व श्राविका कोन थे ?
उत्तर:- श्रावक भरत, श्राविका सुंदरी
प्रश्न: 04 .भाई को मारने के लिए मुट्ठी उठाई किंतु उसे स्वयं के ऊपर किसने मारी ?
उत्तर :- बाहुबली ने
प्रश्न: 05. 63 शलाका पुरुष कौन-कौन से हैं ?
उत्तर : 24 तीर्थंकर, 12 चक्रवर्ती, 9 वासुदेव, 9 प्रति वासुदेव, 9 बल देव,
आगम असम्मत्त कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं |
प्रश्न : 01. असि, मसि, कृषि के मंत्र दाता कौन थे ?
उत्तर:- राजा ऋषभ
प्रश्न: 02 भगवान ऋषभ ने कितनी मुष्टि लुंचन किया ?
उत्तर :- चार मुष्टि लुंचन किया
प्रश्न: 03. भगवान ऋषभ के प्रथम श्रावक व श्राविका कोन थे ?
उत्तर:- श्रावक भरत, श्राविका सुंदरी
प्रश्न: 04 .भाई को मारने के लिए मुट्ठी उठाई किंतु उसे स्वयं के ऊपर किसने मारी ?
उत्तर :- बाहुबली ने
प्रश्न: 05. 63 शलाका पुरुष कौन-कौन से हैं ?
उत्तर : 24 तीर्थंकर, 12 चक्रवर्ती, 9 वासुदेव, 9 प्रति वासुदेव, 9 बल देव,
आगम असम्मत्त कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं |
प्रश्न :- 01 माता मरू देवा के मुक्त होने का क्या कारण था ?
उत्तर :- भगवान ऋषभ के दर्शन
प्रश्न: -02.भरत चक्रवर्ती कौन थे?
उत्तर :-भगवान ऋषभ के पुत्र
प्रश्न: -03.बाहुबली के केवल ज्ञान पैदा होने में कौन सा अवरोधक तत्व था ?
उत्तर:- अहंकार
प्रश्न:- 04 सुंदरी ने कितने वर्षों तक बेले बेले का तप किया ?
उत्तर :- 60000 वर्षों तक
प्रश्न: - 05 बाहुबली का अहं किसने तोड़ा?
उत्तर : - संसार पक्षीय बहनो ने ब्राह्मी और सुंदरी
आगम असम्मत्त कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं |
प्रश्न : 01. विवाह पद्धति का आरंभ कब हुआ ?
उत्तर:- भगवान ऋषभ से
प्रश्न: 02. भगवान ऋषभ के कितनी रानियां थी उनके नाम बताइए ?
उत्तर :- दो रानियां थी सुनंदा और सुमंगला
प्रश्न: 03. भगवान ऋषभदेव के कितने पुत्र - पुत्रियां थी ?
उत्तर:- 100 पुत्र और दो पुत्रियां
प्रश्न: 04. ऋषभ ने दीक्षा कहां ली ?
उत्तर :- अयोध्या नगरी के सिद्धार्थ वन में
प्रश्न: 05. भगवान ऋषभ की निर्वाण भूमि कौन सी है ?
उत्तर :- अष्टापद पर्वत
प्रश्न : 01. इस अवसर्पिणी काल में सबसे पहले जन्मोत्सव किसका मनाया गया ?
उत्तर:-ऋषभ का ।
प्रश्न: 02. भगवान ऋषभ के माता पिता का क्या नाम था ?
उत्तर :- माता मरू देवा - पिता नाभि।
प्रश्न: 03. भगवान ऋषभ को 13 महीना 10 दिन की तपस्या क्यों करनी पड़ी ?
उत्तर:- बैलों की छिंकी बांधने के कारण।
प्रश्न: 04. भगवान ऋषभ के वर्षीतप का पारणा किसके हाथों से हुआ ?
उत्तर :- प्रपौत्र श्रेयांश कुमार के हाथों से।
प्रश्न: 05. अक्षय तृतीया कौन से महीने में आती है?
उत्तर : वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में।
प्रश्न : 01. भगवान ऋषभ का जन्म कब हुआ ?
उत्तर:- भगवान ऋषभ का जन्म इस अवसर्पिणी काल के तीसरे विभाग में हुआ।
प्रश्न: 02. माता मरू देवा ने ऋषभ के जन्म के पूर्व कितने और कौन-कौन से स्वप्न देखें ?
उत्तर :- चौदह, 1.वृषभ 2.हाथी 3. सिंह 4.लक्ष्मी 5.पुष्पमाला 6.चंद्र 7. सूर्य 8.महेन्द्र ध्वज 9. कुंभ 10.पद्म सरोवर 11.क्षीर सागर 12. देव विमान 13. रत्नराशि 14. निर्धूम - अग्नी
प्रश्न: 03 भगवान ऋषभ के कितने नाम बताए गए ?
उत्तर :- पांच- वृषभ ,प्रथम राजा, प्रथम भिक्षाचर , प्रथम जिन , प्रथम तीर्थंकर ।
प्रश्न: 04 ऋषभ के वंश का क्या नाम था ?
उत्तर :- इक्ष्वाकु वंश
प्रश्न: 05 इस युग के प्रथम राजा कौन हुए ?
उत्तर :- ऋषभ
प्रश्न : 01. भगवान महावीर ने धर्म की बुनियाद क्या बताई ?
उत्तर:- सम्यग दृष्टिकोण। ( सम्यकत्व )
प्रश्न: 02. भगवान महावीर के मुख्य सिद्धांत क्या थे ?
उत्तर :- अहिंसा, अनेकांत और अपरिग्रह।
प्रश्न: 03.भगवान महावीर ने अनेकांत का बीज मंत्र क्या बताया ?
उत्तर :- उत्पाद, व्यय, ध्रोव्य।
प्रश्न: 04 भगवान महावीर के समय प्रसिद्ध कितने वाद थे ?
उत्तर :- मुख्य चार।1.क्रियावाद 2.अक्रियावाद 3.विनयवाद 4. अज्ञानवाद।
प्रश्न: 05 भगवान महावीर के समय जैन धर्म का क्या नाम था ?
उत्तर :- निर्ग्रन्थ धर्म।
प्रश्न : 01. भगवान महावीर का जन्म कब, कहां, किस मुहूर्त एवं किस नक्षत्र में हुआ ?
उत्तर :- ढाई हजार वर्ष पूर्व क्षत्रिय कुंड ग्राम में चैत्र शुक्ला त्रयोदशी के दिन विजय मुहूर्त एवं उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में हुआ ।
प्रश्न: 02. जब प्रियवंदा दासी ने महाराज सिद्धार्थ को पुत्र प्राप्ति की बधाई दी तब राजा ने क्या किया ?
उत्तर :- पुलकित होकर राजा ने दासी को अमूल्य उपहार दिया और उसे सदा के लिए दासी कर्म से मुक्त कर दिया ।
प्रश्न: 03. भगवान महावीर के माता - पिता का नाम बताओ ?
उत्तर :- माता - त्रिशला, पिता- सिद्धार्थ ।
प्रश्न: 04. त्रिशला ने कितने पुत्रों को जन्म दिया उसके नाम बताओ ?
उत्तर :- दो पुत्रों को नंदी वर्धन, वर्धमान ( महावीर )।
प्रश्न: 05 भगवान महावीर ने बचपन में कौन सा खेल खेला था ?
उत्तर :- आमलकी।
प्रश्न : 01. भगवान महावीर की प्रथम माता कौन थी। भगवान उनकी कुक्षी में कितनी रात रहे ?
उत्तर :- प्रथम माता का नाम देवानंदा था।भगवान उनकी कुक्षी में 82 रात रहे।
प्रश्न: 02. देवानंदा एवं त्रिशला महारानी का गर्भ संहरण कौन से देव ने किया और उस समय कौन सी निद्रा में सुलाया गया ?
उत्तर :- गर्भ संहरण हरिण्यगवेशी देव ने किया और अवस्वापिनी निद्रा में सुलाया गया।
प्रश्न: 03 . गर्भस्थ शिशु (भावी महावीर) ने हिलना डुलना क्यों बंद किया ?
उत्तर :- मेरे कारण माता को कष्ट ना हो, यह सोच भगवान ने हिलना डुलना बंद कर दिया।
प्रश्न: 04. भगवान महावीर ने गर्भ में कैसे जाना कि उसके निस्पंद होने से मां को कष्ट अधिक हो रहा है ?
उत्तर :- अवधी ज्ञान द्वारा जाना और पुन: हिलना डुलना शुरू कर दिया ।
प्रश्न: 05. भगवान महावीर ने गर्भ अवस्था में क्या प्रतिज्ञा स्वीकार की ?
उत्तर :- जब तक माता पिता जीवित रहेंगे तब तक दीक्षा नहीं लूंगा।
प्रश्न : 01.तीर्थंकर के समव शरण की रचना किसके द्वारा होती हैं?
उत्तर :- देवताओं के द्वारा ।
प्रश्न: 02.तीर्थंकर के समवशरण में कौन सा वृक्ष होता है ?
उत्तर :- अशोक वृक्ष ।
प्रश्न: 03. तीर्थंकर के समवशरण में कितने परकोटे होते हैं ?
उत्तर :- तीन परकोटे ।
प्रश्न: 04.तीर्थंकर कहां बैठकर देशना देते हैं ?
उत्तर :- समवशरण में।
प्रश्न: 05.तीर्थंकरों के समवशरण में अभवी जीव आते हैं या नहीं ?
उत्तर :- नहीं।
प्रश्न : 01. तीर्थ किसे कहते है ?
उत्तर :- साधु , साध्वी ,श्रावक, श्राविका रूप चतुर्तिध धर्म संघ को तीर्थ कहा जाता है।
प्रश्न: 02. तीर्थकर किसे कहते है ?
उत्तर :- तीर्थ की स्थापना करने वाले को तीर्थंकर कहते हैं।
प्रश्न: 03. तीर्थकर पद कोनसे कर्म के उदय से प्राप्त होता है ?
उत्तर :- तीर्थंकर पद नाम कर्म के उदय से प्राप्त होता है ।
प्रश्न: 04. इस अवसर्पिणी काल में भरत क्षेत्र में कितने तीर्थंकर हुए हैं ?
उत्तर :- भरत क्षेत्र में 24 तीर्थंकर हुए हैं ।
प्रश्न: 05. कौन-कौन सी गति से आ कर जीव तीर्थंकर बन सकता है?
उत्तर :- नरक गति और देव गति से आकर जीव तीर्थंकर बन सकता है।
प्रश्न : 01.ऐसे कौन से तीर्थंकर हैं जिनके नाम के अंतिम तीन अक्षर पुत्र के पर्यायवाची है ?
उत्तर :- अभिनंदन ( नंदन )
प्रश्न: 02. ऐसे कौन से तीर्थंकर है जिनके नाम का आदि अक्षर हटाने से ज्ञान का एक प्रकार बन जाता है ?
उत्तर :- सुमति ( मति )
प्रश्न: 03. ऐसे कौन से तीर्थंकर हैं जिनके नाम में आशा का संचार होता है ?
उत्तर :- संभव
प्रश्न: 04. ऐसे कौन से तीर्थंकर हैं जिनका नाम ठंडक का पर्यायवाची है ?
उत्तर :- शीतल
प्रश्न: 05.ऐसे कौन से तीर्थंकर हैं जो कमल के पर्यायवाची के नाम से जाने जाते हैं ?
उत्तर :- पदम
प्रश्न : 01. तीर्थंकर दीक्षा लेते समय ......... को नमस्कार करते हैं ।
उत्तर :- सिद्धों।
प्रश्न: 02. तीर्थंकर जब संयम लेते हैं तो उन्हें ........ ज्ञान प्राप्त होता है।
उत्तर :- मन:पर्यव।
प्रश्न: 03. तीर्थंकर ........ का उपदेश देते हैं।
उत्तर :- त्रिपदी।
प्रश्न: 04. तीर्थंकर ......... राग में देशना देते है।
उत्तर :- मालकोश।
प्रश्न: 05. तीर्थंकर ......... भाषा में देशना देते हैं।
उत्तर :- अर्द्धमागधी।
प्रश्न 01: तीर्थंकर का जन्म महोत्सव किस पर्वत पर मनाया जाता है ?
उत्तर. मेरु पर्वत पर ।
प्रश्न 02: तीर्थंकर के जन्म के समय कितनी दिशा कुमारियां सेवा करने आती है ?
उत्तर. 56 दिशा कुमारियां ।
प्रश्न 03: तीर्थंकर की आत्मा कितने भव पहले तीर्थंकर गोत्र बांधती है ?
उत्तर. 3 भव पहले ।
प्रश्न 04: ''अब आप धर्मतीर्थ का प्रवर्तन करें '' यह कौन कहता है ?
उत्तर. लोकान्तिक देव ।
प्रश्न0 5: तीर्थंकर के कंधे पर इंद्र कौन सा वस्त्र रखते हैं ?
उत्तर. देव दुष्य वस्त्र ।
???????? "मेरे महाश्रमण भगवान ग्रुप"????????
विषय- तीर्थंकर
वार- सोमवार, 14/08/2017
प्रश्न पत्र- 53
भगवान अजितप्रभु
Q.1. भगवान अजित प्रभु क्या आयुष्य कितने वर्षों का था?
Ans. 72 लाख पूर्व।
Q.2. भगवान अजित प्रभु का निर्वाण के समय कितने दिनों का तप था?
Ans. एक मास।
Q.3. भगवान अजित प्रभु का निर्वाण स्थान कौन सा था?
Ans. सम्मेद शिखर।
Q.4. भगवान अजितप्रभु के सह- निर्वाण साधु कितने थे?
Ans. 1000 सह-निर्वाण साधु।
Q.5. भगवान अजितप्रभु का अंतराल काल का समय कितना रहा?
Ans. 50 लाख करोड़ सागर।
आगम असम्मत्त कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं।????????????????????????
???????? MMBG परिवार ????????
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