प्रश्न:01. शिक्षा के आयाम में बालक की प्रथम शिक्षिका कौन होती है?
उत्तर:- मां।
प्रश्न:02. बालक नाथमल का ननिहाल का परिवार कहां रहता था?
उत्तर:-खिंयासर।
प्रश्न:03. मां बालूजी और बालक नथमल ननिहाल कितने वर्ष रहे?
उत्तर:-करीब ढाई वर्ष।
प्रश्न:04. नथमल के कितनी बहने थी और नाम भी बताइए ?
उत्तर:-2 बहिनें पारी बाई, माली बाई।
प्रश्न:05. आचार्य महाप्रज्ञ की मस्तिष्क की पुष्टता में निमित्त क्या था?
उत्तर:- पय: पान।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. टमकोर का दूसरा नाम क्या है?
उत्तर:-विष्णुगढ़।
प्रश्न:02. टमकोर कौन से जिले में आता है?
उत्तर:-झुंझनू।
प्रश्न:03.टमकोर का बिशनगढ़ नाम किसके नाम पर रखा गया?
उत्तर:-ठाकुर बिशनसिंहजी के नाम पर।
प्रश्न:04 आचार्य महाप्रज्ञ जी के माता- पिता का क्या नाम था?
उत्तर:-माता बालूजी - पिता तोलारामजी चोरडिया।
प्रश्न:05.तोलाराम जी जब दिवंगतत हुए तब नथमलजी की उम्र क्या थी?
उत्तर:-ढाई मास।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. अणुव्रत आंदोलन का प्रारंभिक नाम क्या था?
उत्तर:-अणुव्रती संघ
प्रश्न:02. अणुव्रत आंदोलन का प्रवर्तन कब व कहां हुआ?
उत्तर:-विक्रम संवत 2005 (सन 1 मार्च 1949 )फाल्गुन शुक्ला द्वितीया सरदारशहर में।
प्रश्न:03. पारमार्थिक शिक्षण संस्था की स्थापना कब हुई?
उत्तर:-विक्रम संवत 2005
प्रश्न:04.अणुव्रत प्रार्थना का शुभारंभ कब व किसके द्वारा हुआ?
उत्तर:-विक्रम संवत 2006 में, युगप्रधान आचार्य श्री तुलसी द्वारा हुआ।
प्रश्न:05.अणुव्रत का प्रथम अधिवेशन कब व कहां हुआ?
उत्तर:-विक्रम संवत 2007 चांदनी चौक , दिल्ली में।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. "वे 22 के नहीं अपितु 82 के हैं "ये शब्द किसने किसके संदर्भ में कहे?
उत्तर:-मंत्री मुनि मगनलाल जी ने तुलसी की छोटी अवस्था व महान दायित्व के संदर्भ में कहे।
प्रश्न:02. आचार्य तुलसी ने मंत्री पद की उपाधि कब कहां और किसे दी?
उत्तर:-विक्रम संवत 2001 सुजानगढ़ में मुनि श्री मगनलालजी को दी।
प्रश्न:03. आचार्य अवस्था में अपनी माता को दिक्षित करने वाले कौन थे ?
उत्तर:-आचार्य श्री तुलसी।
प्रश्न:04.सायंकालीन प्रार्थना का शुभारंभ कब व किसके द्वारा हुआ?
उत्तर:-विक्रम संवत 2001 पोषकृष्णा पंचमी के दिन आचार्य तुलसी द्वारा हुआ।
प्रश्न:05. आचार्य तुलसी ने एक साथ अपने हाथों से कितनी दिक्षा कहां और कब दी?
उत्तर:-विक्रम संवत 1994 बीकानेर चातुर्मास में एक साथ 31 दिक्षाएं दी।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य तुलसी को आचार्य कालूगणी ने किस दिन अपने पीछे उत्तराधिकारी बनने का संकेत दिया?
उत्तर:-विक्रम संवत 1993 भाद्रव की अमावस्या।
प्रश्न:02.मुनि तुलसी को युवाचार्य पद कब कहां और किस अवस्था में दिया गया?
उत्तर:-विक्रम संवत 1993 भाद्रव शुक्ला तृतीया (सन 21 अगस्त 1936 )गंगापुर में 22 वर्ष की युवावस्था मेंआचार्य कालूगणी ने मुनि तुलसी को युवाचार्य पद पर मनोनीत किया।
प्रश्न:03. आचार्य तुलसी युवाचार्य पद पर कितने दिन रहे?
उत्तर:-4 दिन।
प्रश्न:04. वे आचार्य पद पर कब व कहां मनोनीत हुए?
उत्तर:-विक्रम संवत 1993 भाद्रव शुक्ला नवमी (सन 27 अगस्त 1936 )को गंगापुर में।
प्रश्न:05.आचार्य तुलसी पद पर आसीन हुए उस समय उनकी उम्र कितनी थी?
उत्तर:-22 वर्ष।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य श्री तुलसी के दादाजी का क्या नाम था?
उत्तर:-राजरूपजी खटेड़
प्रश्न:02. आचार्य श्री तुलसी के नानाजी का क्या नाम था?
उत्तर:-पूनमचंद जी कोठारी
प्रश्न:03. दीक्षा के समय तुलसी की उम्र क्या थी?
उत्तर:-11 वर्ष
प्रश्न:04. आचार्य श्री तुलसी की दीक्षा कब ,कहां व किसके हाथों से संपन्न हुई? उत्तर:-विक्रम संवत 1982, पोष कृष्णा पंचमी के दिन कालूगणी के द्धारा लाडनूं में भगिनी लाडांजी के साथ हुई (सन 5 दिसंबर1925)
प्रश्न:05.आचार्य श्री तुलसी का प्रथम लुचंन कहां व किसने किया?
उत्तर:- मुनि चौथमलजी स्वामी (जावद )ने मोमासर में किया।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य श्री तुलसी का जन्म कब व कहां हुआ ?
उत्तर:-विक्रम संवत 1971 कार्तिक शुक्ला दुज (सन 20 अक्टूबर 1914) लाडनूं में ।
प्रश्र:02.आचार्य श्री तुलसी के माता पिता के क्या नाम थे?
उत्तर:-माता - वदनाजी पिता - झूमरमलजी।
प्रश्र:03.आचार्य तुलसी गृहस्थ जीवन में किसके पास पढें?
उत्तर:-नंदलालजी ब्राह्मण
प्रश्र:04. आचार्य श्री तुलसी के कितने भाई - बहन थे?
उत्तर :- भाई - पांच मोहनलाल जी, खीमराज जी ,मन्ना लालजी, चंपालाल जी, सागरमल जी
बहने - तीन लाडांबाई, मोराबाई ,मनोहरी बाई
प्रश्र:05. पिताजी की मृत्यु के समय बालक तुलसी की उम्र क्या थी?
उत्तर:- 3 वर्ष
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य माणकगणी की दीक्षा कब, कहां व किसके कर कमलों में हुई ?
उत्तर:- विक्रम संवत 1928 फाल्गुन शुक्ला एकादशी के दिन लाडनूं में जयाचार्य के कर कमलों से हुई
प्रश्न:02. माणकगणी को अग्रगण्य कब बनाया गया ?
उत्तर:- विक्रम संवत 1931( दीक्षा के 3 वर्ष बाद)
प्रश्न:03. माणकगणी युवाचार्य पद पर कितने दिन रहे ?
उत्तर:- चार दिन
प्रश्न:04. कौन से आचार्य को ज्योतिष पर अधिक विश्वास था ?
उत्तर:- आचार्य माणकगणी
प्रश्न:05. सबसे छोटा शासनकाल किस आचार्य का व कितना रहा ?
उत्तर:- आचार्य माणकगणी का साढे़ 4 वर्ष
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. जयाचार्य आचार्य पद पर कब व कहां विभूषित हुए ?
उत्तर:- वि. स.1908 माघ शुक्ला पूर्णिमा बीदासर में विभूषित हुए
प्रश्न:02. जयाचार्य आचार्य बने उस समय संघ में कितने साधु - साध्वियां थे ?
उत्तर:- 67 साधु और 143 साध्वियां
प्रश्न:03. जयाचार्य ने बड़ी मर्यादा व छोटी मर्यादा का निर्माण कब किया ?
उत्तर:- वि. स.1908
प्रश्न:04. गण विशुद्धिकरण हाजरी का वाचन कब से प्रारंभ हुआ ?
उत्तर:- वि. स.1910 पौष कृष्णा नवमी बड़ी रावलिया (मेवाड़) से
प्रश्न:05. "मुणिन्द मोरा ढा़ल" की रचना कब हुई ?
उत्तर:- वि. स.1914 कार्तिक शुक्ला दसमी बीदासर। देव योग से अंगारों की वर्षा के उपद्रव निवारण के लिए
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. जयाचार्य को अग्रगण्य कब , कहां व किसने बनाया ?
उत्तर:- वि. स.1881 पोष शुक्ला तृतीया के दिन पाली में आचार्य ऋषिराय ने बनाया
प्रश्न:02. जयाचार्य ने संत गुणमाला की रचना कि उस समय उनकी उम्र कितनी थी ?
उत्तर:- 11 वर्ष
प्रश्न:03. पन्नवण। सूत्र की जोड़ की उस समय जयाचार्य की उम्र कितनी थी ?
उत्तर:- 18 वर्ष
प्रश्न:04. आचार्य श्री भारमल जी को उत्तराधिकारी के रूप में दो नाम न रखकर एक ही नाम रखने का निवेदन किसने किया ?
उत्तर:- मुनि जीतमल जी ने
प्रश्न:05. मुनि अवस्था में जयाचार्य ने किसको, कब दीक्षित किया ?
उत्तर:- वि. स. 1888 मृगसर शुक्ला दशमी को चूरू शहर में मुनि गुलहजारी जी को दीक्षित किया
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. मघवागणी के दीक्षा गुरु कौन थे?
उत्तर:- युवाचार्य जीतमलजी
प्रश्न:02. मघवा की दीक्षा किसके शासनकाल में हुई?
उत्तर:- आचार्य ऋषिराय के शासनकाल में
प्रश्न:03. तेरापंथ में संस्कृत के प्रथम विद्वान कौन हुए?
उत्तर:- मघवागणी
प्रश्न:04. जयाचार्य कोई भी नियम बनाते तो (धर्म संघ) में पहले किस पर लागू करते?
उत्तर:- मुनि मघवा पर
प्रश्न:05. अचार्य मघवा को आचार्य पद कब और कहां दिया गया?
उत्तर:- विक्रम संवत 1938 भाद्रव शुक्ला द्वितीया शुक्रवार को जयपुर में
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. मधवागणी का जन्म कब हुआ कहां हुआ?
उत्तर:- वि. स.1897 चैत्र शुक्ला एकादशी रविवार को बिदासर में
प्रश्न:02. मघवागणी के माता - पिता का नाम क्या था?
उत्तर:- माता का नाम - बन्नाजी, पिता का नाम - पूरणमल जी
प्रश्न:03. मघवागणी के कितने भाई बहन थे?
उत्तर:- बहन गुलाबांजी व भाई नहीं
प्रश्न:04. मघवागणी की गोत्र क्या थी?
उत्तर:- बैगवानी
प्रश्न:05. मघवागणी की दीक्षा बिदासर में फरमाने के बाद भी क्यों नहीं हुई?
उत्तर:- मघवागणी के चाचा प्रेमजी के मनाही करने पर
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. सिरियारी में आचार्य भिक्षु का विशाल रूप से चरमोत्सव कब व किस के सानिध्य में मनाया गया ?
उत्तर:- वि. स. 2039 आचार्य तुलसी के सानिध्य में
प्रश्न:02. स्वामीजी को कितने प्रहर का अनशन आया ?
उत्तर:- 7 प्रहर का
प्रश्न:03. स्वामीजी का स्वर्गवास कब व कहां हुआ ?
उत्तर:-वि. स. 1860 भाद्रव शुक्ला तेरस मंगलवार को सिरियारी में हुआ
प्रश्न:04. अचार्य भिक्षु के निर्वाण दिन को किस रूप में मनाया जाता है ?
उत्तर:- चरमोत्सव के रूप में
प्रश्न:05. तेरापंथ धर्म संघ को सदा सुरक्षित बनाए रखने वाला कौन सा सुरक्षा कवच है ?
उत्तर:- मर्यादा और अनुशासन
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छामि दुक्कडं
प्रश्न:01. जयाचार्य का जन्म कब व कहां हुआ?
उत्तर:-वि. स. 1860 आसोज शुक्ला चतुर्दशी के दिन रात्रि में रोयट (मारवाड़) ग्राम में हुआ
प्रश्न:02. जयाचार्य का शरीर संहनन व वर्ण कैसा था?
उत्तर:- जयाचार्य का शरीर क्रश संहनन सुदृढ़ व वर्ण श्याम था
प्रश्न:03. जयाचार्य के माता - पिता का नाम क्या था?
उत्तर:- माता का नाम कल्लू जी, पिता का नाम आईदान जी
प्रश्न:04. जयाचार्य की गोत्र क्या थी?
उत्तर:- गोलेच्छा
प्रश्न:05. जयाचार्य का ननिहाल कहां था?
उत्तर:- धुंधाड़ा (मारवाड़)
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य रायचंद जी के उपनाम कितने थे?
उत्तर:- दो, ऋषिराय - ब्रह्मचारी
प्रश्न:02. 'मैं मोह क्यों करूं' यह बात किसने किसके संदर्भ में किसको कहीं?
उत्तर:- आचार्य रायचंदजी ने स्वामीजी की अंतिम शिक्षा के समय स्वामीजी को ही कहीं
प्रश्न:03. आचार्य रायचंदजी को आचार्य भिक्षु वह भारमलजी स्वामी का कितना सानिध्य प्राप्त हुआ?
उत्तर:- आचार्य रायचंदजी को स्वामीजी की सेवा ढाई वर्ष, भारमलजी स्वामी की सेवा में 18 वर्ष साथ रहने का सुअवसर प्राप्त हुआ
प्रश्न:04. ऐसे कौन से आचार्य थे जब कभी मध्याह्न के समय विहार करते तब आकाश में बादल हो जाते थे?
उत्तर:- आचार्य रायचंदजी
प्रश्न:05. आचार्य रायचंदजी का सर्व आयुष्य विवरण कितना था?
उत्तर:- सर्व आयुष 62 वर्ष, गृहस्थ 11 वर्ष, साधारण साधु 20 वर्ष, युवाचार्य पद 9 माह, आचार्य पद 30 वर्ष,
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. रायचंदजी आचार्य पद पर कब व कहां पर पदासीन हुए ?
उत्तर:- वि. स. 1878 माघ कृष्णा नवमी गुरुवार को राजनगर में
प्रश्न:02. उस समय संघ में कितने साधु - साध्वियां थे ?
उत्तर:- 35 साधु , 42 साध्वियां
प्रश्न:03. रायचंदजी के शासनकाल में कितने दीक्षाएं हुई ?
उत्तर:- साधु 77 - साध्वियां 168
प्रश्न:04. आचार्य रायचंदजी के परिवार में किस-किस ने दीक्षा ली ?
उत्तर:- साध्वी रूपां जी (मौसी), साध्वी कुशालांजी (मां), मुनि श्री खेतसीजी (मामा)
प्रश्न:05. आचार्य रायचंदजी का स्वर्गवास कब व कहां हुआ ?
उत्तर:- वि. स.1908 माघ कृष्णा चतुर्दशी के दिन छोटी रावलिया में हुआ
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य रायचंदजी का जन्म कब व कहां हुआ ?
उत्तर:- वि.स.1847 में उदयपुर संभाग के बड़ी रावलिया गांव में हुआ
प्रश्न:02. आचार्य रायचंदजी के माता - पिता का नाम क्या था ?
उत्तर:- माता का नाम कुशाला जी, पिता का नाम चतरोजी
प्रश्न:03. आचार्य रायचंदजी का गोत्र क्या था ?
उत्तर:- बम्ब
प्रश्न:04. आचार्य रायचंदजी के कितने भाई बहन थे ?
उत्तर:- नानजी व मोतीजी दो भाई तथा मैणा नामक एक बहन थी
प्रश्न:05. रायचंदजी को युवाचार्य पद कब व कहां दिया गया था ?
उत्तर:- वि. स.1878 वैशाख कृष्णा नवमी गुरुवार को केलवा में
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य भिक्षु ने धर्म का वास्तविक स्वरूप क्या बताया ?
उत्तर:-त्याग धर्म - भोग अधर्म, व्रत धर्म - अव्रत अधर्म, आज्ञा धर्म - अनाज्ञा अधर्म, धर्म हृदय परिवर्तन में है, जबरदस्ती या प्रलोभन में नहीं
प्रश्न:02. आचार्य भिक्षु की मौलिक व्याख्या किस विषय पर थी ?
उत्तर: साध्य और साधन की शुद्धि। मिथ्यात्वी की करणी में धर्म, दान दया आदि
प्रश्न:03. दया के बारे में आचार्य भिक्षु का महत्वपूर्ण पद्य कौनसा है ?
उत्तर:-दया दया सहु को कहे, दया धर्म छे ठीक। दयाओलखने पालसी, त्याने मुगत नजीक ।।
प्रश्न:04. भिक्षुसमाधिस्थल के पास बहने वाली नदी पार्श्वस्थित पर्वत का गुरुदेव तुलसी ने क्या नाम दिया ?
उत्तर:-तपस्विनी नदी और धम्मगिरी पर्वत
प्रश्न:05. अहिंसा की व्याख्या करने वाले आचार्य भिक्षु द्वारा रचित पद्य कौन सा है ?
उत्तर:-जीव जीवें तो दया नहीं, मरे तो हिंसा मत जाण।मारण वाला ने हिंसक कही,नहीं मारे तो दया गुण खान
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. तेरापंथ की स्थापना कब कहां और किसके द्वारा हुई?
उत्तर:-विक्रम संवत 1817 केलवा , आचार्य भिक्षु के द्वारा
प्रश्न:02. तेरापंथ नाम कहां और किसके द्वारा दिया गया ?
उत्तर:-जोधपुर में , एक सेवक जाति के कवि द्वारा , तेरह की संख्या देखकर
प्रश्न:03.तेरापंथ नाम सुनकर आचार्य भिक्षु ने उसको किस रूप में लिया ?
उत्तर:-हे प्रभु यह तेरापंथ ! प्रभु! यह तुम्हारा है , हम तो उस पथ के पथिक हैं।
प्रश्न:04 तेरापंथ धर्म संघ का प्रथम तथा अंतिम संविधान कब लिखा गया ?
उत्तर:-प्रथम विक्रम संवत 1832 अंतिम 1859 माघ शुक्ला सप्तमी को
प्रश्न:05.कल राष्ट्रीय स्तर पर तेरापंथ का कौनसा स्थापना दिवस मनाया गया ?
उत्तर:- कल 16 जुलाई 2019 को 260 वां तेरापंथ स्थापना दिवस मनाया गया।
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य भिक्षु का जन्म कब हुआ कहां हुआ ?
उत्तर:- वि.स. 1783 आषाढ़ शुक्ला त्रयोदशी मंगलवार के दिन मूला नक्षत्र में कंटालिया ग्राम (मारवाड़) में हुआ
प्रश्न:02. आचार्य भिक्षु ने बोधि कब व कहां प्राप्त की ?
उत्तर:-वि.स. 1815 आषाढ़ शुक्ला तेरस को राजनगर में
प्रश्न:03. आचार्य भिक्षु केलवा चातुर्मास के लिए पहली बार कौनसी तिथि को पहुंचे ?
उत्तर:- आषाढ़ शुक्ला त्रयोदशी वि.स. 1817
प्रश्न:04. आचार्य आचार्य भिक्षु ने भाव दीक्षा कब व कहां स्वीकार की ?
उत्तर:- वि.स.1817 आषाढ़ शुक्ला पूर्णिमा के दिन केलवा में सांयकाल प्रतिक्रमण के पश्चात चार साथियों के साथ भाव दीक्षा स्वीकार की
प्रश्न:05. तेरापंथ धर्म संघ को सदा सुरक्षित बनाए रखने वाला कौन सा सुरक्षा कवच है ?
उत्तर:- अनुशासन और मर्यादा
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01.आचार्य महाप्रज्ञजी ने अपना उत्तराधिकारी किसे बनाया ?
उत्तर:- महाश्रमणजी,( मुनि मुदित कुमारजी) को
प्रश्न:02. 'जैन धर्म की गीता' आचार्य श्री महाप्रज्ञजी की कौन सी पुस्तक है ?
उत्तर:- संबोधि
प्रश्न:03. कौन से आचार्य ने कहा कि मैं तुलसी विश्वविद्यालय में पढ़ा हूं ?
उत्तर:- आचार्य महाप्रज्ञजी ने
प्रश्न:04. आचार्य भिक्षु के जीवन दर्शन से संबंधित आचार्य महाप्रज्ञ जी की कौन सी पुस्तक है ?
उत्तर:- भिक्षु विचारदर्शन
प्रश्न:05. आचार्य महाप्रज्ञजी ने अपने उत्तराधिकारी की घोषणा कब व कहां की ?
उत्तर:-विक्रम संवत 2054 भाद्रव शुक्ला द्वादशी गंगाशहर में
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य महाप्रज्ञजी का जन्म कब व कहां हुआ ?
उत्तर:- विक्रम संवत 1977 आषाढ़ कृष्ण त्रयोदशी के दिन टमकोर में हुआ (14 जून 1920)
प्रश्न:02. आचार्य महाप्रज्ञजी के माता - पिता का नाम क्या था ?
उत्तर:- माता का नाम बालूजी - पिता का नाम तोलारामजी
प्रश्न:03. आचार्य महाप्रज्ञजी की गोत्र क्या है ?
उत्तर:- चोरडिया
प्रश्न:04. आचार्य महाप्रज्ञजी के कितनी बहने थी ?
उत्तर:- दो बहने, 1.साध्वी मालूजी 2.पारी बाई
प्रश्न:05. पिता के स्वर्गवास के समय आचार्य महाप्रज्ञजी की उम्र क्या थी ?
उत्तर:- ढाई मास
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. अशांत विश्व को शांति का संदेश किसने दिया ?
उत्तर:- आचार्य श्री तुलसी ने (द्वितीय विश्वयुद्ध के समय)
प्रश्न:02. गुरुदेव तुलसी का पूरा जीवन दर्शन कौन से ग्रंथ में उपलब्ध है ?
उत्तर:- धर्मचक्र का प्रवर्तन
प्रश्न:03. आचार्य तुलसी को गणाधिपति पद कहां दिया गया ?
उत्तर:- सुजानगढ़ में
प्रश्न:04. तेरापंथ धर्म संघ के आचार्यों में सर्वाधिक आचार्य काल किसका रहा और कितना रहा ?
उत्तर:- आचार्य तुलसी का 58 वर्ष तक और 3 वर्ष गणाधिपति के पद पर रहे
प्रश्न:05. आचार्य श्री तुलसी का महाप्रयाण कब व कहां हुआ ?
उत्तर:- विक्रम संवत 2054 आषाढ़ कृष्णा तृतीया (23 जून 1997) को गंगा शहर में हुआ
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. तेरापंथ के द्वितीय आचार्य कौन थे ?
उत्तर:- आचार्य श्री भारमल जी
प्रश्न:02. भारमलजी स्वामी का जन्म कब व कहां हुआ ?
उत्तर:- वि. स. 1804 में भीलवाड़ा के पास बड़ा मुहा गांव में हुआ
प्रश्न:03. आचार्य श्री भारमलजी के माता एवं पिता का नाम क्या था ?
उत्तर:- माता का नाम धारिणी - पिता का नाम किशनोजी
प्रश्न:04. भारमलजी स्वामी की गोत्र क्या थी ?
उत्तर:- लोढ़ा
प्रश्न:05. मुनि भारमलजी की भाव दीक्षा कब कहां और किसके द्वारा हुई ?
उत्तर:- विक्रम संवत 1817 आषाढ़ी पूर्णिमा के दिन केलवा में आचार्य श्री भिक्षु के द्वारा हुई
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न:01. आचार्य भिक्षु ने कितने वर्षों तक अपने कंधों पर वजन उठाया ?
उत्तर:- 70 वर्ष की उम्र तक बाद में मुनिश्री खेतसीजी व हेमराजजी आदि उठाते थे
प्रश्न:02. अचार्य भिक्षु की समस्थ रचनाएं किसने कंठस्थ की ?
उत्तर:- पीपाड़ के श्रावक गुमानजी लुणावत ने
प्रश्न:03. आचार्य भिक्षु ने किस अवस्था तक गोचरी की ?
उत्तर:- 77 वर्ष की अवस्था तक
प्रश्न:04. आचार्य भिक्षु ने अंतिम मर्यादा पत्र कब व कहां लिखा ?
उत्तर:- विक्रम संवत 1859 माघ शुक्ला सप्तमी को पाली में
प्रश्न:05. आचार्य भिक्षु को कितने प्रहर का अनशन आया
उत्तर:- 7 प्रहर का
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न :01. दीक्षा की भावना जागृत होने पर भिखणजी ने कौन-कौन से संकल्प किए?
उत्तर :- ब्रह्मचर्य व्रत व एकांतर तप
प्रश्न :02. माता ने भिखणजी को दीक्षा की अनुमति क्यों नहीं दी ?
उत्तर :- उन्होंने स्वप्न के अनुसार सोचा कि मेरा बेटा राजा बनकर सिंह की तरह गुजेंगा
प्रश्न :03. अचार्य रघुनाथ जी ने मुनि भिखणजी को राजनगर क्यों भेजा ?
उत्तर :- शंकाशील बने हुए श्रावकों को समझाने के लिए
प्रश्न :04. मुनि भिखणजी ने बोधी कब व कहां प्राप्त की ?
उत्तर :- विक्रम संवत 1815 आषाढ़ शुक्ला तेरस को राजनगर में
प्रश्न: 05. तेरापंथ के संस्थापक कौन थे ?
उत्तर :- आचार्य भिक्षु
आगम असम्मत कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं
प्रश्न :- 01 आचार्य भिक्षु ने कितने पद्यो की रचना की?
उत्तर :- 38000 पद्यो की
प्रश्न :-02. आचार्य भिक्षु का शासन काल कितना रहा?
उत्तर :- 44 वर्ष
प्रश्न :- 03. कौन से आचार्य का जन्म अक्षय तृतीया के दिन हुआ?
उत्तर :- अचार्य भारमल जी स्वामी का
प्रश्न :- 04. आचार्य भिक्षु का महाप्रयाण कहां हुआ?
उत्तर :- सिरियारी में
प्रश्न:- 05. तेरापंथ का नामकरण कहां हुआ ?
उत्तर :- जोधपुर
आगम असम्मत्त कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं|
प्रश्न :01.आचार्य महाश्रमण जी की दीक्षा कब कहां और किसके द्वारा हुई ?
उत्तर :- आचार्य श्री तुलसी के निर्देश से मुनि सुमेरमल जी लाडनूं द्वारा विक्रम संवत 2031 वैशाख शुक्ल चतुर्दशी (5 मई 1974 ) के दिन सरदार शहर में हुई ।
प्रश्न :02.आचार्य महाश्रमण जी का पूर्व नाम क्या था?
उत्तर :- मुनी मुदित कुमार
.प्रश्न :03.मुनि मुदित कुमार जी को महाश्रमण पद कब दिया गया?
उत्तर :-वि.स. 2046 भाद्रव शुक्ला नवमी के दिन लाडनूं में( 9 सितंबर 1889 योगक्षेम) वर्ष
प्रश्न :04.चादर ओढा कर महाश्रमण जी का संघीय सम्मान किस मुनि ने किया ?
उत्तर :-शासन गौरव मुनि श्री बुद्धमलजी स्वामी
प्रश्न: 05.आचार्य महाश्रमण जी कौन-कौन सी भाषा के ज्ञाता हैं ?
उत्तर :-हिंदी ,संस्कृत ,प्राकृत, राजस्थानी ,अंग्रेजी
आगम असम्मत्त कुछ लिखा हो तो तस्स मिच्छा मि दुक्कडं |
प्रश्न :01.आचार्य महाश्रमण जी का जन्म कब व कहां हुआ?
उत्तर :- वि.सं.2019 वैशाख शुक्ला नवमी के दिन सरदार शहर में (13 मई रविवार 1962 )
प्रश्न :02.आचार्य महाश्रमण जी का मूल नाम क्या था ? वह गोत्र क्या है ?
उत्तर :- मूल नाम मोहन व गोत्र दुगड
प्रश्न :03.आचार्य महाश्रमण जी के माता - पिता का नाम क्या था ?
उत्तर :- माता नैमा देवी - पिता झूमरमलजी
प्रश्न :04.आचार्य महाश्रमण जी के कितने भाई - बहन हैं ?
उत्तर :- 5 भाई - 2 बहिने
प्रश्न: 05.आचार्य महाश्रमण जी ने दीक्षा ली तब कितने वर्ष के थे ?
उत्तर :- 12 वर्ष
प्रश्न :01. माता दीपा ने गर्भावस्था में किसका स्वप्न देखा?
उत्तर :- सिंह का
*प्रश्न :02. आचार्य भिक्षु की त्रिपदी कौनसी सी है?
उत्तर :- एक आचार्य एक आचार और एक विचार
*प्रश्न :03. तेरापंथ के प्रथम साधु कौन थे ?
उत्तर :- मुनि थीरपाल जी
*प्रश्न :04. आचार्य भिक्षु ने सर्वप्रथम चातुर्मास कहां किया?
उत्तर :- केलवा की अंधेरी ओरी में
*प्रश्न: 05. आचार्य भिक्षु को कितने वर्ष तक पूरा आहार पानी नहीं मिला?
उत्तर :- लगभग 5 वर्ष तक
प्रश्न: 01 आचार्य भिखण जी का गोत्र क्या था?
उत्तर: संकलेचा
प्रश्न: 02 आचार्य भिक्षु की शादी किस तिथि को हुई?
उत्तर: आखा तीज
प्रश्न: 03 आचार्य भिक्षु की पत्नी का नाम क्या था?
उत्तर: सुगणी बाई
प्रश्न: 04 अचार्य भिक्षु की बेटी की शादी कहां हुई?
उत्तर: निंबावास (बाफना परिवार में)
प्रश्न: 05 दीपां बाई तेरा बेटा सिंह की तरह गूंजेगा यह बात किसने किसको कही?
उत्तर: आचार्य रघुनाथ जी ने दीपां बाई को कहीं
प्रश्न :01आचार्य भिक्षु का जन्म कहां हुआ ?
उत्तर: कंटालिया
प्रश्न: 02आचार्य भिक्षु के माता पिता का नाम बताओ ?
उत्तर: माता - दीपाजी, पिता- बल्लू शाह
प्रश्न: 03आचार्य भिक्षु की प्रथम माता का क्या नाम था?
उत्तर: लाछड़ दे
प्रश्न :04आचार्य भिक्षु के बड़े भाई का नाम बताओ ?
उत्तर: होलोजी
प्रश्न :05आचार्य भिक्षु की बुआ का नाम बताओ ?
उत्तर: बगतु बाई
आचार्य प्रश्नावली